# १९ जून, २०२० तक गुजरात में कुल ११००२९ घरों की छत पर लगे सोलर रूफटॉप प्लांट
# सिर्फ ९ महीने में ही ५५६३० घरों पर २०८ मेगावाट क्षमता के
रूफटॉप संयंत्र लगाकर चोटी पर पहुंचा गुजरात
# सूर्य गुजरात योजना के तहत २०२२ तक ८ लाख रिहायशी बिजली उपभोक्ताओं को जोड़ने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी के नेतृत्व में राज्य सरकार सौर ऊर्जा के अधिकतम उत्पादन और इस्तेमाल के जरिए गुजरात को स्वच्छ और हरित ऊर्जा का हब बनाने को प्रतिबद्ध है।
इसी प्रतिबद्धता का नतीजा है कि गुजरात पूरे देश में सोलर रूफटॉप प्लांट (छत आधारित सौर ऊर्जा संयंत्र) स्थापित करने के मामले में अव्वल स्थान पर रहा है। ५५,६३० सोलर रूफटॉप सिस्टम में से २०८ मेगावाट के संयंत्र सिर्फ ९ महीने की अल्पावधि में ही लगाकर गुजरात ने उल्लेखनीय उपलब्धि भी हासिल की है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) की वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार ३१ मई, २०२० तक कुल ५५८.१७ मेगावाट क्षमता के सोलर रूफटॉप संयंत्र गुजरात राज्य में स्थापित हुए हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में प्रदूषण रहित स्वच्छ ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग के संकल्प के साथ देश में वर्ष २०२२ तक १ लाख ७५ हजार मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है। प्रधानमंत्री के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में गुजरात नेतृत्व करने को तैयार है।
मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने राज्य में घरेलू उपयोग के लिए भी लोग सौर ऊर्जा का महत्तम उपयोग करें उसके लिए सूर्य ऊर्जा रूफटॉप योजना-गुजरात ‘सूर्य गुजरात’ सोलर रूफटॉप योजना घोषित कर २०२२ तक ८ लाख रिहायशी बिजली उपभोक्ताओं को इस योजना में शामिल करने का लक्ष्य रखा है।
इस योजना की सब्सिडी की राशि में भी बढ़ोतरी की गई है। अब ३ किलोवाट तक की क्षमता वाले सोलर प्लांट पर ४० फीसदी तथा ३ किलोवाट से अधिक और १० किलोवाट तक की क्षमता वाले प्लांट पर २० फीसदी की सब्सिडी सरकार प्रदान करती है। राज्य सरकार ने इसके लिए वर्ष २०२०-२१ के हालिया बजट में भी ९१२ करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
खास बात यह है कि सोलर रूफटॉप से उत्पन्न हुई और घरेलू इस्तेमाल के बाद बची अतिरिक्त बिजली को संबंधित विद्युत वितरण कंपनी २.२५ रुपए प्रति यूनिट की दर पर खरीदती भी है।
राज्य सरकार के उपक्रम गुजरात ऊर्जा विकास निगम (जीयूवीएनएल) और अन्य विद्युत वितरण कंपनियों की सक्रियता के चलते १९ जून, २०२० तक सूर्य गुजरात योजना के अंतर्गत सोलर रूफटॉप के लिए १.२८ लाख से अधिक आवेदन ऑनलाइन पोर्टल पर मिल चुके हैं।
जीयूवीएनएल द्वारा शुरू किए गए विभिन्न आउटरिच प्रोग्राम और प्रशिक्षण गतिविधियों के कारण बड़ी संख्या में ऐसे आवेदन प्राप्त हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि सोलर रूफटॉप संयंत्र स्थापित करने के मामले में चोटी पर मौजूद गुजरात के बाद २६६.८२ मेगावाट क्षमता के साथ राजस्थान दूसरे नंबर पर, २४५.५० मेगावाट के साथ महाराष्ट्र तीसरे क्रम पर, २३२.७७ मेगावाट के साथ कर्नाटक चौथे, १५६.२० मेगावाट के साथ दिल्ली पांचवे, १५६ मेगावट के साथ तमिलनाडू छठे, १४६.१० मेगावाट के साथ उत्तर प्रदेश सातवें, १२१.३४ मेगावाट के साथ हरियाणा आठवें, ११८.५२ मेगावाट के साथ पंजाब नवें और ११८.२२ मेगावाट के साथ तेलंगाना दसवें स्थान पर है।