कोरोना से निपटने गुजरात के प्रयासों से प्रभावित हुई केंद्रीय टीमः

    ૨૦-જુલાઇ-૨૦૨૦
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# केंद्रीय टीमः गांधीनगर में सीएम और डिप्टी सीएम के साथ हुई बैठक
 
# संक्रमण को नियंत्रित करने के राज्य सरकार के उपायों और
 
# कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटलों की उपचार सेवाओं पर जताया संतोष
 
मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी के केंद्र सरकार से अनुरोध के चलते गुजरात में कोरोना कोविड-१९ संबंधित कार्यों की देखरेख, समीक्षा और मार्गदर्शन के लिए आई केंद्रीय टीम ने राज्य में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण और जन जागरूकता के उपायों की प्रशंसा की है।
 
नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद पॉल, आईसीएमआर के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव, एम्स नई दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव श्रीमती आरती आहूजा ने मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और राज्य के वरिष्ठ सचिवों के साथ शुक्रवार को गांधीनगर में मुख्यमंत्री आवास पर उच्चस्तरीय बैठक कर सर्वग्राही समीक्षा की।
मुख्यमंत्री के साथ हुई इस बैठक में केंद्रीय टीम ने साफ कहा कि गुजरात ने विशेषकर आरोग्य सेतु एप के सुनियोजित उपयोग के आधार पर ग्रामीण स्तर तक कंटेन्मेंट जोन निर्धारित करने, धन्वंतरि रथ के माध्यम से लोगों को घर की चौखट पर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने तथा सामुदायिक कोविड सेंटर खड़ा करने की जो पहल की है वह देश के अन्य राज्यों के लिए मिसाल साबित होगी।
 
इस केंद्रीय टीम ने सूरत और अहमदाबाद का दौरा कर कंटेन्मेंट एरिया एवं कोविड हॉस्पिटल का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि केंद्रीय टीम के सुझावों व मार्गदर्शन के आधार पर राज्य सरकार आगे की रणनीति बनाएगी और कोरोना के खिलाफ जंग अवश्य जीतेगी।
 
उन्होंने केंद्रीय टीम को बताया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए प्रत्येक जिले में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल तैयार किए गए हैं।
 
श्री रूपाणी ने कहा कि सीएम डैशबोर्ड के जरिए राज्य के अस्पतालों के वार्ड और उपचार सेवा की रियल टाइम मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री आवास से वे स्वयं कर सकते हैं। इसके लिए विकसित किए डैशबोर्ड से उन्होंने टीम को अवगत कराया। सीएम डैशबोर्ड की इस सफलता से केंद्रीय टीम काफी प्रभावित हुई।
 
गुजरात में उद्योगों के फिर से कार्यरत होने और रोजी-रोटी के लिए प्रवासी श्रमिकों के फिर से गुजरात आने के मद्देनजर केंद्रीय टीम ने सुझाव दिया कि उन श्रमिकों के स्वास्थ्य कल्याण, स्क्रीनिंग, अच्छी आदतें अपनाने का प्रशिक्षण और मेडिकल चेकअप सहित एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाकर देश के लिए गुजरात इस क्षेत्र में भी रोल मॉडल बन सकता है।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय टीम को जानकारी दी कि गुजरात में कोरोना संक्रमितों के उपचार के मार्गदर्शन और लोगों को सतर्क रहने की सीख देने में सरकार की सहायता के लिए राज्य के श्रेष्ठ चिकित्सकों के एक्सपर्ट ग्रुप ऑफ डॉक्टर्स का गठन किया गया है।
उप मुख्यमंत्री श्री नितिनभाई पटेल ने भी स्वास्थ्य सेवाओं के दायरे और सरकारी हॉस्पिटलों में कोरोना की श्रेष्ठ उपचार सुविधा से टीम को वाकिफ कराया।
 
एम्स के निदेशक डॉ. गुलेरिया ने कहा कि निजी क्षेत्र और सरकारी हॉस्पिटलों के फिजिशियन को ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल समझाने के लिए शनिवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है।
 
केंद्रीय टीम ने सूरत में फील्ड विजिट और अहमदाबाद में कंटेन्मेंट जोन के दौरे के दौरान नजर आए कोरोना वॉरियर्स के जज्बे की भी प्रशंसा की।
 
बैठक में मुख्य सचिव श्री अनिल मुकीम, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री के. कैलाशनाथन, प्रधान सचिव श्री एम.के. दास, कोरोना नियंत्रण देखरेख के विशेष कार्य अधिकारी और राजस्व विभाग के मुख्य सचिव श्री पंकज कुमार, स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव डॉ. जयंति रवि और मुख्यमंत्री के सचिव श्री अश्विनी कुमार मौजूद थे।